*~*~*~*~*~*~*जानवर*~*~*~*~*~*~*रोना भी जो चाहें तो वो रोने नहीं देता,वो शख्स तो पलकें भी भिगोने नहीं देता...वो रोज रुलाता है हमें ख्वाब में आकर,सोना भी जो चाहें तो वो सोने नहीं देता.....ये किस के इशारे पर उमड़ आये है बादल,है कौन जो बारिश कभी होने नहीं देता...आता है ख्यालों में मेरे कौन ये अक्सर,जो मुझे किसी ओर का होने नहीं देता....इस डर से कि कहीं तोड़ कर आँसू ना बहायें,बच्चों को मैं मिट्टी के खिलोने नहीं देता...एक शख्स है ऐसा मेरी हस्ती में अभी तक,जो बोझ अकेले मुझे ढोने नहीं देता...मैं हुँ कि बहाता हुं तेरी याद में आँसू,और तु है कि अश्कों को पिरोने नहीं देता....वो चेहरा अजब है जिसे पाकर मैं अभी तक,खोना भी जो चाहुँ तो वो खोने नहीं देता...*~*~*~*~*तेरे नाम *~*~*~*~*यही तो है*~*~*~*
रचना अच्छी लगी। सादर श्यामल सुमन 09955373288 www.manoramsuman.blogspot.comshyamalsuman@gmail.com
Some people in life who never want to see us in pain & unfortunately we can't give them a name.Poem says everything...
वाह !! बहुत खूब !!
वाह!! बेहतरीन!!
बहुत-बहुत आभार आप सभी का। @गोविन्द K.@
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5 comments:
रचना अच्छी लगी।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
Some people in life who never want to see us in pain & unfortunately we can't give them a name.
Poem says everything...
वाह !! बहुत खूब !!
वाह!! बेहतरीन!!
बहुत-बहुत आभार आप सभी का।
@गोविन्द K.@
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