skip to main
|
skip to sidebar
तेरे नाम........यही तो है।
सिर्फ एक बार....
Friday, February 20, 2009
by
गोविन्द K. प्रजापत "काका" बानसी
·
Labels:
तेरे नाम
* ~* ~* ~* ~* ~*जानवर* ~* ~* ~* ~* ~*
तेरे होठों की हंसी बनने का ख्वाब है,
तेरे आगोश मे सिमट जाने का ख्वाब है,
तु लाख बचाले दामन इश्क़ के हाथों,
आंसमां बनके तुझ पर छा जाने का ख्वाब है,
आजमाईश यु तो अच्छी नहीं होती इश्क़ की,
तु चाहे तो तेरी तकदीर बनाने क ख्वाब है,
वो मोत भी लोट जाये तेरे दरवाजे पर आके,
तुझ को ऐसी जिन्दगी देने का ख्वाब है॥
* ~* ~* ~* ~*तेरे नाम* ~* ~* ~* यही तो है।
0 comments:
Post a Comment
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
About Me
गोविन्द K. प्रजापत "काका" बानसी
जानवर
View my complete profile
Blog Archive
►
2012
(
1
)
►
May
(
1
)
►
May 27
(
1
)
►
2010
(
3
)
►
November
(
1
)
►
Nov 16
(
1
)
►
April
(
2
)
►
Apr 18
(
1
)
►
Apr 10
(
1
)
▼
2009
(
40
)
►
October
(
1
)
►
Oct 07
(
1
)
►
July
(
8
)
►
Jul 28
(
2
)
►
Jul 27
(
1
)
►
Jul 25
(
1
)
►
Jul 23
(
1
)
►
Jul 21
(
1
)
►
Jul 15
(
1
)
►
Jul 01
(
1
)
►
June
(
1
)
►
Jun 30
(
1
)
►
May
(
4
)
►
May 18
(
2
)
►
May 13
(
1
)
►
May 12
(
1
)
►
April
(
1
)
►
Apr 27
(
1
)
►
March
(
4
)
►
Mar 30
(
2
)
►
Mar 17
(
1
)
►
Mar 02
(
1
)
▼
February
(
9
)
▼
Feb 20
(
4
)
सिर्फ एक बार....
वो भी एक वक्त था.....
बस अब आ भी जाओ......
तुम फ़िर भी......
►
Feb 19
(
1
)
►
Feb 17
(
1
)
►
Feb 14
(
1
)
►
Feb 05
(
1
)
►
Feb 02
(
1
)
►
January
(
12
)
►
Jan 31
(
1
)
►
Jan 30
(
2
)
►
Jan 28
(
1
)
►
Jan 27
(
1
)
►
Jan 24
(
2
)
►
Jan 23
(
1
)
►
Jan 22
(
1
)
►
Jan 21
(
1
)
►
Jan 16
(
2
)
0 comments:
Post a Comment